Sanwarmal Bhamu

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Shahid Sanwar Mal Bhamu Tibaria Phulera

Sanwarmal Bhamu (34), from Tibariya, Phulera, Jaipur, became a martyr of Militancy in Udhampur, Jammu and Kashmir on 12 April 2017. He was Havaldar in 20 Jat Regiment.

जीवन परिचय

हवलदार सांवर मल भामूं (जाट)

1982 - 12 अप्रैल 2017

यूनिट - 20 जाट रेजिमेंट

ऑपरेशन - रक्षक 2017

हवलदार सांवरमल भामूं फुलेरा तहसील के तिबारियां गांव के रहने वाले चौधरी लालूराम भामूं के बेटे थे। वह 20 जाट रेजीमेंट में तैनात थे। उधमपुर के खीजवाली इलाके में आतंकियों की खोजबीन के लिए बनाई गई कमांडो फोर्स में सांवरमल भी शामिल थे। जहां 12 अप्रैल 2017 को आतंकियों से मुठभेड़ में दोनों तरफ से हुई फायरिंग में गोली लगने से सांवरमल गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के दौरान वह वीरगति को प्राप्त हुए।

20 नवंबर 2019 को तिबारियां गांव में आमेर विधायक सतीश पूनिया ने इनकी प्रतिमा का अनावरण किया।

हवलदार सांवर मल भामून के बलिदान को देश युगों-युगों तक याद रखेगा।


शहीद सांवरमल भामू, गांव - तिबारिया, (जयपुर) । 12 अप्रैल 2017 को ऊधमपुर, जम्मू एवम् कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए ।

राजधानी जयपुर के सपूत और कश्मीर में शहीद हुए हवलदार सांवरमल भामू का राजकीय सम्मान के साथ 14 अप्रैल 2017 को अंतिम संस्कार हुआ । भामू को अंतिम विदाई देने के लिए उनके पैतृक गांव टिबरिया में बडी संख्या में लोग उपस्थित रहे । सांवरमल भामू के पुत्र अनिल ने अपने पिता को मुखाग्नि दी । शहीद सांवरमल भामू सेना की 20 जाट रेजीमेंट में हवलदार थे और कालवाड़ के पास टिबरिया गांव के रहने वाले थे ।

भामू इन दिनों जम्मू-कश्मीर के दुर्गम क्षेत्र में तैनात थे, जहां 12 अप्रैल को उधमपुर में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में भामू शहीद हो गए थे, जिसके बाद 13 अप्रैल को उधमपुर के सैनिक अस्पताल में सांवरमल का पोस्टमार्टम हुआ था । टिबरिया गांव में आधा दर्जन से अधिक युवा सेना में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और जब आज शहीद की पार्थिव देह गांव पहुंची तो गांव में शहीद के अमर रहने और भारत माता की जय के जयकारे गूंज उठे ।


जयपुर के फुलेरा तहसील के तिबारिया गाँव के जाट रेजीमेंट के लांसनायक सांवरमल भामू (34) पाकिस्तान सीमा पर शहीद हो गए। वे जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 9000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले स्थान पर हाई आल्टीट्यूड और ओपरेशनल एरिया में तैनात थे। तैनाती के दौरान उनकी आतंकियों से मुठभेड़ में दोनों तरफ से हुई फायरिंग में गोली लगने से घायल हो गए. उन्हें पास के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने पर हेलिकॉप्टर से ऊधमपुर कमांड अस्पताल शिफ्ट किया गया था। वहाँ वे शहीद हो गए। शहीद को गाँव में राजकीय सम्मान के साथ सेना की टुकड़ी ने गार्ड दी। [1]

दो बेटियों के विवाह मेंं पायलट लगाये

मार्च 2021 में हवलदार सांंवर मल की दो बेटियों के विवाह में रेजिमेंट के CO ने विवाह की हर रस्म मेंं पायलट लगाने के लिए जवान भेजे।

जैसे फेरोंं में बच्चियां आई, फेरोंं से थापे लगे, विदाई के समय कार में बैठाने तक की प्रत्येक रस्म में पायलट लगे रहे। जिस प्रकार सैन्य समारोहों मेंं पायलट चलते हैं, उसी तरह विवाह के हर कार्यक्रम में सैनिक उपस्थित रहे।


20 जाट बटालियन के सभी रैंक संवेदनशीलता प्रदर्शित करने के लिए धन्यवाद के पात्र हैं, जिन्होंने जवान के परिवार का मान बढ़ाया।

चित्र गैलरी

स्रोत

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ

  1. Jat Gatha, 5/2017,p. 5

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