Ramveer Singh Varma
जीवन परिचय
रामवीर सिंह वर्मा भरतपुर राजस्थान के सबसे बड़े गांव जघीना के धर्म परायण व्यक्तित्व शिक्षाविद श्री गुलाबसिंह वर्मा के जेष्ठ पुत्र हैं. रामवीर सिंह वर्मा का जन्म 28 दिसंबर 1949 को हुआ. आपको अपने पूर्वज, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी इतिहासकार ठाकुर देशराज जी का सानिध्य बचपन से ही मिला. उसका ही परिणाम है कि रामवीर सिंह वर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनी, लेखक, कुशल वक्ता, समाजसेवक एवं शिक्षाविद के रूप में जाने जाते हैं.
प्रकाशित कृतियां
रामवीर सिंह वर्मा की प्रकाशित कृतियों में प्रमुख हैं:
- जाटों का गौरवशाली इतिहास,
- महाराजा सूरजमल स्मृति विशेषांक,
- भरतपुर का इतिहास,
- भरतपुर रूलर्स,
- बोध कथाएं,
- लोहागढ़ की यशोगाथा,
- खुटैला-पांडव वंश का इतिहास,
- जल ही जीवन,
- कुम्हेर कांड सच्चाई क्या है?
- अखिल भारतीय जाट महासभा का इतिहास,
- महाराजा सवाई जवाहर सिंह और उनका युग,
सममान
- लेखक वर्मा को भारत के राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत के सर्वोच्च शिक्षक सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं. *राजस्थान के राज्यपाल श्री मदन लाल खुराना एवं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने भी इन्हें राज्य के सर्वोच्च शिक्षक सम्मान से पुरस्कृत किया है.
- दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा कोचीन द्वारा 'आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार'
- दिल्ली सरकार के भारतीय शिक्षा गोल्ड मेडल अवार्ड,
- लाइफ एजुकेशन अचीवमेंट अवॉर्ड सहित
- अनेक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
रामवीर सिंह वर्मा मूर्धन्य इतिहासकार एवं लब्धप्रतिष्ठित लेखक एवं साहित्यकार हैं. आप राष्ट्रीय चिंतक, सांप्रदायिक सद्भाव के पोशाक एवं राष्ट्रवादी विचारधारा के अग्रदूत हैं. आप कुशल मंच संचालक एवं प्रखर वक्ता हैं.