Viri Singh Punia

From Jatland Wiki

Viri Singh Punia (ठाकुर वीरीसिंह), from Bharatpur was a Social worker in Rajasthan.

जाट जन सेवक

ठाकुर देशराज[1] ने लिखा है ....ठाकुर वीरीसिंह - [p.21]: भरतपुर राज्य का कोई शायद ही ऐसा जाट परिवार होगा जो ठाकुर वीरीसिंह को नहीं जनता होगा। मैं यह कह


[p.22]: सकता हूँ कि उनका घर भरतपुर में जाटों का विश्रामगृह है। जिसे कहीं भी सहारा नहीं मिलता वह आपके यहाँ पहुँच जाता है। सोने को चारपाई पाता है। पीने को तंबाकू और जल और यथासंभव भोजन भी। अपनी छोटी सी आमदनी में वह सब का सत्कार करते हैं। कौम के हर काम में हिस्सा लेते हैं। उनके चार पुत्र हैं। बड़े भीम सिंह जी हैं जिन्होंने सन 1942 के जाट उत्सव में स्वयंसेवक का कार्य बड़ी लगन से किया था। आप पूनिया जाट हैं।

जीवन परिचय

Gallery

References


Back to Jat Jan Sewak