Bhagirath Singh Nain

From Jatland Wiki
Bhagirath Nain

Bhagirath Singh Nain (भागीरथ सिंह नैण) is an author from Marwar region in Rajasthan.

Birth and parentage

He was born at village Jetiawas, near Osian, in Jodhpur district in the family of Prabhu Ram Nain on 10 July 1983. His mother's name is Smt. Jhamu Devi of Rad gotra. His ancestor Jaitaji Nain was the founder of his home village Jetiawas.

Education

He did his Post Graduation from Jodhpur University.

Social service

Along with writing work he is busy in Social Service. He aims at eradication of evils and superstitions from the society. He is secretary of 'Shri Baldev Ram Mirdha Gramin Shikshan Sansthan', Jodhpur. This organization is working for Social Reforms and expansion of education in rural areas.

Hobbies

He is a lover of Wildlife and Environment.

Books by Bhagirath Singh Nain

1. अवरोधों के आर-पार: बाबा नाथूराम मिर्धा (Avarodhon Ke Aar-Paar: Baba Nathuram Mirdha)

Published by: Shri Nathuram Mirdha Sewa Sansthan, Jodhpur (Rajasthan)

First Edition:2009, Price Rs.150

Distributor:Royal Publication, 18 Shakti Colony, Lane No.2, Loko Shed Road, Ratanada, Jodhpur-342011, Mob-9414272591

This is a book in Hindi authored by Bhagirath Singh Nain about the life and achievements of great person, Nathuram Mirdha.

2. गौरवशाली जाट इतिहास (Gauravashaali Jat Itihas)
3. लोहागढ़ (Lohagadh)
4. किसान केसरी बलदेव राम मिर्धा (Kisan Kesari Baldev Ram Mirdha)
5. किसान चेतना (Kisan Chetana )

Contact details

  • Address: Gram Swaraj Navyuvak Mandal Jetiawas, Via - Bawdi, Jodhpur-342037
  • Mob-09950737847
  • www.facebook.com/bhagirath.s.nain

भागीरथ नैण जीवन परिचय

आपका जन्म जौधपुर जिले की बावडी तहसिल के गांव "जैतियावास" में 10 जुलाई 1983 को हुआ ।. आपके पिताजी का नाम श्री प्रभुराम नैण व माताजी श्रीमती झमुदेवी (राङ गौत्री) है। आपके पूर्वज श्री जैतारामजी नैण ने इस गांव को बसाया था ।

शिक्षा

प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही की तत्पश्चात औसियां व जौधपुर से अपनी उच्च शिक्षा (BA, MA) पूर्ण की । इसके अलावा आपने कोटा खुला विश्वविद्यालय से मीडिया व मॉस कम्यूनिकेशन का कॉर्स भी कर रखा है ।

उपलब्धियाँ

1- आपने 10 वर्षों तक जाट पत्रिका का सफल प्रकाशन किया तथा विभिन्न सामाजिक पत्रिकाओं में खौजपूर्ण व क्रांतिकारी लेख भी लिखे ।

2- आप वर्तमान में 45 जातीय संस्थाओं के आजीवन सदस्य भी है ।

3- अपनी धारधार लेखनी व क्रांतिकारी लफ्जों सेे जाट समाज व जाट विभूतियों पर दर्जनों पुस्तकें लिख चुके हैं ।

4- जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान आपने संघर्ष समिति के मीडिया प्रवक्ता रहते हुए अतुलनीय कार्य किये । मारवाड़ क्षेत्र के गांव गांव व ढाणी ढाणी जाकर जाट बंधुओं को जगाया तथा आंदोलन में सम्मिलित किया ।

5- स्वयं 17 बार रक्तदान कर चुके हैं तथा जाट महापुरुषों के बलिदान दिवसों पर विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाकर अपने युवा मित्रों को साथ ले कर लगभग 2000 से अधिक लोगों से रक्तदान करवा चुके हैं ।

6- आपने मारवाड़ के युवाओं को साथ लेकर 64 कमरों की रामगढी जाट छात्रावास का निर्माण करवाया जो कि राजस्थान में सबसे बड़ा छात्रावास है ।

7- जाट धर्मशाला हरिद्वार के निर्माण में चंदा एकत्रीत करवाने में आप काफी योगदान दे रहें हैं । (यह धर्मशाला 20 करोड़ की लागत से बनने वाली देश की सबसे बडी धर्मशाला होगी । जहां समस्त जाट विभूतियों के कार्यों को सहेज कर रखा जायेगा तथा जाटों का इतिहास नये सीरे से संपादित किया जायेगा । इनके अलावा एक कम्यूनिकेशन सेंटर भी स्थापित होगा )

8- आपने BJP के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में 2013 विधानसभा चुनावों में औसियां क्षेत्र में रात दिन प्रचार कर श्री भैराराम जी सियोल को भारी मतों से विजयी बनवाया । इसी तरह लोकसभा चुनावों में पी.पी.चौधरी के जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी ।

9- इनके अलावा आपने सामाजिक क्षेत्र में भी तन-मन-धन से एक आदर्श भूमिका निभायी है ।

10- आप पर्यावरण प्रेमी व वन्यजीव प्रेमी भी है औऱ समर्पित भाव से सेवा में लगे हुए हैं ।

पद

आप भारतीय जन युवा मौर्चा कार्यकारणी के पूर्व सदस्य भी रह चुके हैं तथा वर्तमान में जाट धर्मशाला ट्रस्ट हरिद्वार के सेक्रेटरी पद पर सुसोभित हैं ।

रचित पुस्तकें

1. अवरोधों के आर-पार: बाबा नाथूराम मिर्धा

2. गौरवशाली जाट इतिहास (Gauravashaali Jat Itihas)

3. लोहागढ़ (Lohagadh)

4. किसान केसरी बलदेव राम मिर्धा (Kisan Kesari Baldev Ram Mirdha)

5. किसान चेतना (Kisan Chetana)

प्रतिष्ठान ~किसान मार्बल्स, बनाङ रोङ, जौधपुर। सम्पर्क सूत्र- 09950737847

लेखक

References


Back to The Authors/The Environmentalists