Alappa
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Alappa (अलप्पा) was a Buddhist city probably on the bank of Gandaki River in West Champaran District of Bihar.
Origin
Variants
History
अलप्पा
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ... अलप्पा (AS, p.42) नगर संभवत: गंडक नदी के तट पर बिहार में स्थित था। बौद्धकाल में यहां वृज्जियों की राजधानी थी। ज़िला चंपारण में स्थित लौरियानन्दनगढ़ नामक ग्राम के पास ही अलप्पा की स्थिति रही होगी।
अल्लकप्प
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...अल्लकप्प (AS, p.44) बौद्ध साहित्य के अनुसार उन आठ स्थानों में है जहाँ के नरेश भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेषों को लेने के लिए कुशीनगर आए थे। संभव है यह अलप्पा का ही रूपांतर हो। अल्लकप्प में बुलिय (वृज्जियों की एक शाखा) क्षत्रियों की राजधानी थी। यह राज्य वेठदीप या बेतिया (ज़िला चंपारन, बिहार) के सन्निकट ही रहा होगा क्योंकि धम्मपदटीका (हार्वर्ड ओरियंटल सिरीज़ 28 पृष्ठ 24) में अल्लकप्प के राजा और बेठदीपक नाम के 'बेठदीप' के राजाओं में परस्पर घनिष्ठ संबंध का उल्लेख है। अल्लकप्प की स्थिति लौरियानंदनगढ़ के पास स्थित विस्तृत खण्डहरों के स्थान पर मानी जाती है।
लोरिया नन्दनगढ़
लोरिया नन्दनगढ़ (AS, p.825): बेतिया से 16 मील दूर है. यहां अशोक का एक शिलास्तंभ है, जिसके सिर पर सिंह की मूर्ति प्रतिष्ठित .इस पर ब्राह्मी में पांच अभिलेख उत्कीर्ण हैं. बुद्ध के समय वृज्जिगण की नगरी अलप्पा या अल्लकप्प इसी स्थान पर थी जिसके विस्तीर्ण खंडहर यहां दिखाई पड़ते हैं. वृज्जियों के 8 गोत्र थे इनमें से बुलियों की राजधानी इस स्थान पर थी. अशोक ने गौतम बुद्ध की जीवन कथाओं से संबद्ध इस नगरी के निकट शिलास्तंभ स्थापित करके इसका महत्व बढ़ाया था. [3]