Baroka Palwal
Baroka or Boraka or Buraka (बारोका) is a village in Hodal tahsil of Palwal district in Haryana
Location
Located on Palwal-Punhana road.
Jat Gotras
History
कप्तान सिंह देशवाल लिखते हैं -
गाँव आलदुका के दो आदमियों की रिश्तेदारी गाँव होडल में थी। देशवाल गौत्र के आदमी पानी और चारे की कमी समझ कर पशुओं को लेकर गाँव होडल के जंगलों में आ गये। इस गाँव में मुसलमान रहते थे। किसी कारण से यहाँ के जाटों और मुसलमानों लड़ाई हो गई। इस मुकाबले में जाटों का पलड़ा कमजोर रह गया।
कुछ दिन के बाद फिर मुकाबला हुआ। हिन्दू और मुसलमान दोनों पक्षों में जमकर लड़ाई हो गई। देशवाल के दोनों परिवारों ने वहाँ के जाटों का साथ दिया। कई मुसलमानों को ढेर कर दिया। मुसलमान अपने घरों में घुस गये। जाटों ने मुसलमानों को ढूंढ-ढूंढ कर मारा। मुसलमान डर कर गाँव से पलायन करने लग गये।
होडल गाँव की पंचायत हुई। पंचायत में यह फैसला लिया गया कि जिन जाटों ने इस लड़ाई में हमारी मदद की है उनको यहीं पर बसा लिया जाए। अतः होडल की पंचायत ने देशवाल परिवार से खुश होकर 1250 पक्का बीघा जमीन देकर बसा लिया। अब इस गाँव में 2000 पक्का बीघा जमीन है। पहले आदमी ज्यादा धन वाले को व ताकतवर आदमी को बोहरा कहते थे। इसलिए इस गाँव का नाम बोहरा का परिवर्तित होकर बोराका पड़ गया।
विशेषताएं -
- इस गाँव का एक आदमी तपस्वी साधु हुआ है जिसकी गाँव बड़ेसरा में मान-तान होती है। इस जगह पर एक मन्दिर है। यहाँ के नर-नारियों की इस साधु के प्रति गहरी आस्था है। कहते हैं कि इस साधु के मन्दिर की परिक्रमा करने से कई बीमारियों का इलाज होता है। यह साधु इसी देशवाल गाँव बारोका था।
- यह गाँव पलवल से पुन्हाना रोड पर 5 किलोमीटर की दूरी पर आबाद है।
- यह गाँव सन् 1450 में आलदुका से आकर आबाद हुआ था।
- यह छोटा और शान्त वातावरण का गाँव है।[2]
Population
Notable persons
External Links
References
- ↑ Kaptan Singh Deswal : Deshwal Gotra Ka Itihas
- ↑ कप्तान सिंह देशवाल : देशवाल गोत्र का इतिहास (भाग 2) (पृष्ठ 104-105)
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