Chaina Ram Bola
Chaina Ram Bola was a Freedom fighter From village Sandan in Sujangarh tahsil of Churu district in Rajasthan.
जागीरदार की लाग-बाग़ का विरोध
चैनाराम बोला के जागीरदार की लाग-बाग़ का विरोध करने के कारण बाजरे की एक सौ मन की पुन्जली जला दी। तथा उनके साथ मार पीट कर उन पर मुकदमा कर दिया। चेना राम की सुजानगढ़ निजामत में पांच सौ रुपये की उनके रिश्तेदारों द्वारा जमानत न लेने के कारण जेसाराम जी खीचड़ व लादूराम जी खीचड़ ने मिल कर जमानत ली। चेना राम को राजा ने न्याय देने से मना कर दिया तो देहरादून में पैदल जाकर सरकार को अर्जी दी।[1]
सुजानगढ़ में प्रजा परिषद् की स्थापना
वर्ष 1942 में गांधीजी ने देश में करो या मरो का नारा दिया और अंग्रेजों को भारत छोड़ने का जय घोष किया। गांधीजी के सत्याग्रह से प्रोत्साहित होकर सुजानगढ़ में भी बीकानेर राज्य प्रजा परिषद् की स्थापना की। पंडित गिरीश चन्द्र मिश्र, सेठ सागरमल खेतान, बनवारीलाल बेदी, लालचंद जैन, फूलचंद जैन जैसे कार्यकर्त्ता शहरी तबके से थे।
ग्रामीण क्षेत्रों से जो कार्यकर्त्ता 1942 से 1945 तक बीकानेर राज्य प्रजा परिषद् सुजानगढ़ के सदस्य बनकर इस संघर्ष में सामिल हुए और अंग्रेजी साम्राज्य, बीकानेर की राजशाही एवं जागीरदारी प्रथा के विरुद्ध बिगुल बजाया उनमे आप मुख्य थे। लादूराम खीचड़ ने प्रजा-परिषद् की गतिविधियों में सक्रीय भाग लिया।[2]
लादूरामजी खीचड़ के साथ प्रजा परिषद् का प्रचार-प्रसार करने वालों में मुख्य थे - रामूराम ढाका, चैनाराम बोला, जेसाराम राव, तिलोक राम बुरड़क, तिलोकराम जानू, बुधराम डूडी, आशाराम मंडा, गिरधारीराम मील आदि। [3]
External links
References
- ↑ भीमसिंह आर्य:जुल्म की कहानी किसान की जबानी (2006),p.34
- ↑ भीमसिंह आर्य:जुल्म की कहानी किसान की जबानी (2006),p.40
- ↑ भीमसिंह आर्य:जुल्म की कहानी किसान की जबानी (2006),p.201
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