Chidambaram

From Jatland Wiki
Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Chidambaram (चिदम्बरम्) is a town in Cuddalore district in the Indian state of Tamil Nadu. The town is known for the Thillai Nataraja Temple.

Location

Chidambaram is located at 11.39°N 79.69°E. The town is located in Cuddalore district of Tamil Nadu, at a distance 215 km from Chennai. Chidambaram is located close to the shores of Bay of Bengal.

Variants

History

The town is believed to be of significant antiquity and has been ruled, at different times, by the Pallavas until 9th century, Medieval Cholas, Later Cholas, Later Pandyas, Vijayanagar Empire, Marathas and the British.

There are several inscriptions available in the temple and referring to the Chidambaram temple in neighbouring areas. Most inscriptions available pertain to the periods of Cholas - Rajaraja Chola I (985-1014 CE), Rajendra Chola I (1012-1044 CE), Kulothunga Chola I (1070-1120 CE), Vikrama Chola (1118-1135 CE), Rajadhiraja Chola II (1163 -1178 CE), Kulothunga Chola III (1178-1218 CE) and Rajaraja Chola III (1216-1256 CE). Pandya inscriptions date from Thribhuvana Chakravarthi Veerapandiyan, Jataavarman Thribhuvana Chakravarthi Sundarapaandiyan (1251-1268 CE) and Maaravarman Thribhuvana Chakravarthi Veerakeralanaagiya Kulashekara Pandiyan (1268-1308 CE). Pallava inscriptions are available for king Avani Aala Pirandhaan Ko-perum-Singha (1216-1242 CE). Vijayanagara Kings mentioned in inscriptions are Veeraprathapa Kiruttina Theva Mahaaraayar (1509-1529 CE), Veeraprathaapa Venkata Deva Mahaaraayar, Sri Ranga Theva Mahaaraayar, Atchyutha Deva Mahaaraayar (1529-1542 CE) and Veera Bhooopathiraayar. One of the inscriptions from the descendant of Cheramaan Perumal Nayanar, Ramavarma Maharaja has been found.[1]

चिदम्बरम् (मद्रास)

विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...चिदम्बरम् (मद्रास) (AS, p.337) दक्षिण का प्रसिद्ध शैवतीर्थ है. नगर के उत्तर में 11 बीघा भूमि पर नटेश शिव का विशाल मंदिर है. बीस फुट ऊँची दो दीवारों के घेरे में मुख्यमंदिर के अतिरिक्त पार्वती तथा अन्य देवी-देवताओं के देवालय भी हैं. बाहर की दीवार की लंबाई उत्तर-दक्षिण लगभग 1800 फुट और चौड़ाई पूर्व-पश्चिम 1500 फुट है. दीवार में चारों और एक-एक छोटे गोपुर हैं. दीवार के अंदर भीतर की भूमि प्राय 1200 लंबी और 725 फुट चौड़ी है. चारों पार्श्वों पर 110 फुट लंबे, 75 फुट चौड़े और 122 फुट ऊंचे 9 मंजिले गोपुर हैं. चारों गोपुरों पर मूर्तियां तथा अनेक प्रकार की चित्रकारी का अंकन है. इनके नीचे 40 फुट ऊंचे, 5 फुट मोटे तांबे की पत्ती से जुड़े हुए पत्थर के [p.338]: चौखटें हैं. दीवार के भीतर चारों और 2 मंजिले मकान और दालान हैं और मध्य में नटेश शिव के मुख्य मंदिर का घेरा और अन्य मंदिर सरोवर हैं. मंदिर के शिखर के कलश सोने के हैं. दो स्तंभ वृंदावन के रंगजी के मंदिर के स्तंभों के समान स्वर्णिम हैं. ज्योतिर्लिंग मणि निर्मित है.

External links

References

  1. Sastri, Natesa; S. M. Natesa Sastri (2003). Hindu feasts, fasts and ceremonies. New Delhi: Asian Educational Services. ISBN 81-206-0402-4. p.2-9
  2. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.337