Gondiya
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Gondiya (गोंदिया) is a city and district in the Indian state of Maharashtra. Gondia is also known as Rice City due to the abundance of rice mills in the area.
Variants
- Gondia (गोंदिया)
Location
Gondia is very close to the state of Madhya Pradesh, Chhattisgarh and is considered the gateway to Maharashtra from central and eastern India. The urbanization has crossed municipal limits merging into nearby villages like Kudwa, Katangi, Fulcher, Nagra, Karanja, Murri, Pindkepar, and Khamari. It is Connected with National Highway 753.
Rivers: Bagh River, Wainganga, Gadhvi River, Chulband River, Bawanthari River
Tahsils in Gondia district
1 Gondiya, 2 Tirora, 3 Arjuni Morgaon, 4 Amgaon, 5 Goregaon, 6 Sadak-Arjuni, 7 Deori, 8 Salekasa,
Villages in Gondiya Tahsil
Towns: 1 Gondiya, 2 Kudwa, 3 Khamari, 4 Katangi Kala, 5 Fulchur,
Villages:
1 Aasoli, 2 Adashi, 3 Ambhora, 4 Arjuni, 5 Badegaon, 6 Bagholi, 7 Bajartola, 8 Balamatola, 9 Banathar, 10 Barbaspura, 11 Batana, 12 Bhadutola, 13 Bhadyatola, 14 Bhagwattola, 15 Bhanpur, 16 Bijaitola, 17 Birsi, 18 Birsi, 19 Birsola, 20 Brahmantola, 21 Chandanitola, 22 Changera, 23 Chargaon, 24 Chhipiya, 25 Chichtola, 26 Chiramantola, 27 Chulod, 28 Chutiya, 29 Dagotola, 30 Dandegaon, 31 Dangorli, 32 Dasgaon Bk., 33 Dasgaon Kh., 34 Datora, 35 Dawaniwada, 36 Deori, 37 Deutola, 38 Dhakni, 39 Dhamangaon, 40 Dhamnewada, 41 Dhapewada, 42 Dongargaon, 43 Ekodi, 44 Fattepur, 45 Fulchur Tola, 46 Gangazari, 47 Garra Bk., 48 Garra Kh., 49 Ghiwari, 50 Girola, 51 Gondi Tola, 52 Gondi Tola, 53 Gudama, 54 Halbi Tola, 55 Halbi Tola, 56 Hiwara, 57 [[[Irri]], 58 Jabbar Tola, 59 Jagantola, 60 Jartal, 61 Jirutola, 62 Junewani, 63 Kalar Tola, 64 Kamtha, 65 Kanhartola, 66 Kanhartola, 67 Karanja, 68 Karutola, 69 Kasa, 70 Katang, 71 Katang Tola, 72 Kati, 73 Khalbanda, 74 Kharra, 75 Khatitola, 76 Khatiya, 77 Kidangipar, 78 Kinhi, 79 Kochewahi, 80 Kohka, 81 Korani, 82 Lahitola, 83 [Lamba Tola]], 84 Lodhi Tola, 85 Lodhi Tola, 86 Lodhi Tola, 87 Lodhitola, 88 Lohara, 89 Mahalgaon, 90 Majitpur, 91 Makadi, 92 Marartola, 93 Marartola, 94 Mogarra, 95 Morwahi, 96 Mundipar, 97 Mundipar, 98 Murdada, 99 Murpar, 100 Nagara, 101 Nangpura Murri, 102 Navargaon kala, 103 Navegaon, 104 Nawa Tola, 105 Nawargaon Kh., 106 Nawegaon, 107 Nila Gondi, 108 Nilaj, 109 Pandharabodi, 110 Pangadi, 111 Panjara, 112 Paraswada, 113 Pardi Bandha, 114 Pindakepar, 115 Pindkepartola, 116 Pipartola, 117 Pipartola, 118 Polatola, 119 Powaritola, 120 Pujaritola, 121 Raipur, 122 Rajegaon, 123 Rampuri, 124 Rapewada, 125 Ratnara, 126 Rawanwadi, 127 Sahespur, 128 Sai Tola, 129 Satona, 130 Sawari, 131 Sejgaon, 132 Serkatola, 133 Shirpur, 134 Shivani, 135 Sonpuri, 136 Sonvihari, 137 Tanda, 138 Tedhava, 139 Temni, 140 Tikayatpur, 141 Tumkheda Kh., 142 Umari, 143 Wadad, 144 Wazitola, 145 Zadutola, 146 Zilmili,
Source - https://www.census2011.co.in/data/subdistrict/4046-gondiya-gondiya-maharashtra.html
History
The region is named after the Gond people, an Adivasi group in central India. It was at one point ruled by the Mughal Empire. During British rule in India, the Great Famine of 1876–78 provided an opportunity for the construction of a 150-kilometre-long metre-gauge rail link called the Nagpur Chhattisgarh Railway, connecting Nagpur with Rajnandgaon. Gondia railway station was created when this line began operation in December 1888. Bengal Nagpur Railway (BNR) was formed in 1887 to upgrade and extend this line, and in 1902 BNR was contracted to provide a railway line from Gondia to Jabalpur with branches from Nainpur to Mandla as well as Nainpur to Seoni and Chhindwara. With these links and the commerce they brought, Gondia grew and prospered.[1]
गोंदिया
गोंदिया जिले को भंडारा जिला से अलग कर बनाया गया था। यह जिला महाराष्ट्र राज्य के उत्तर पुर्वी भाग में स्थित है। यह विदर्भ के एक प्रमुख जिलो में से एक है। इस जिले की पुर्वी सीमा पर छत्तीसगढ़ राज्य का राजनांदगांव जिला तथा उत्तरी सीमा पर मध्यप्रदेश राज्य का बालाघाट जिला है। इस जिले से लगे हुये महाराष्ट्र के अन्य जिले है, भंडारा, चन्द्रपुर और गड़चिरोली। यह जिला एक अविकसीत जिला है और इसकी भूमी का अधिकतर भाग वनो से आच्छादित है। धान इस जिले की मुख्य फसल है। अन्य फसलो में ज्वार, गेहुं, तुवर है। लोगो का मुख्य व्यवसाय कृषी है। इस जिले में उद्योगो की उपस्थिती नगण्य है जिससे यह जिला आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है। धान इस जिले की मुख्य फसल होने से इस जिले में अनेको चावल की मीले है। गोंदिया को राइस सीटी (RICE CITY) भी कहा जाता है। गोंदिया जिला को चार उपविभागो में बांटा गया है, जो कि गोंदिया,अर्जुनी मोरगाव, तिरोडा और देवरी है। हर उपविभाग में दो तालुका, 556 ग्राम पंचायत और 954 गांव है। इस जिले में पाच विधानसभा क्षेत्र है जो कि गोंदिया, तिरोडा, अर्जुनी मोरगाव, आमगांव, देवरी है। इसमे से लाखांदूर और साकोली भंडारा और गोंदिया के क्षेत्रों को मीला कर बने हुये विधानसभा क्षेत्र है। गोंदिया जिले में आठ नगरपालिका है। गोंदिया में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-53, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-353ए, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-543 राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-753, प्रमुख राजमार्ग क्रमांक-11, राज्य महामार्ग क्रमांक-249, राज्य महामार्ग क्रमांक-275, राज्य महामार्ग क्रमांक-354 राजमार्ग है। वैनगंगा, बाघ, चुलबण्द, गाढवी और बावनथड़ी। इसमे वैनगंगा मुख्य नदी है और अन्य उसकी सहायक नदी है। 1877 में जब स्वामी विवेकानन्द बैलगाड़ी से नागपुर से रायपुर जा रहे थे तो दर्रेकासा की गुफा के पास उन्हें पहली भाव समाधी हुई.[2]
रुडयार्ड किपलिंग की पुस्तक जंगल बुक में वर्णित वैनगंगा नदी यही वैनगंगा है।