Kasya

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Kasya (कास्या) Kashya (काश्य)[1] [2] Kashia (काशिया) Kasyan (कास्यण) Kashiwat (काशीवत)[3] is Gotra of Jats found in Rajasthan and Madhya Pradesh. Kashivat/Kashiwat (काशीवत)[4] are in Uttar Pradesh. Kashi clan found in Afghanistan.[5]

Origin

They were Suryavanshi people, who ruled in Kashi. When they lost their kingdom of Kashi to the Magadha, moved from there to else where. Since they had come from Kashi hence known as Kashya or Kashiwat.

In Epics

Bhisma Parva, Mahabharata/Book VI Chapter 10 mentions about Kashya clan in shlokas 38 and 40 along with many other ancient Jat clans as under:

शूरसेनाः कलिङ्गाशबॊधा मौकास तदैव च
मत्स्याः सुकुट्यः सौबल्याः कुन्तलाः काशिकॊशलाः ।।38।।
पाञ्चालाः कौशिकाश चैव एकपृष्ठा युगं धराः
सौधा मद्रा भुजिङ्गाशकाशयॊ ऽपरकाशयः ।।40।।

Villages after Kashia

History

In the Jat clans as described by Megasthenes, Kasya is mentioned as under: From the chain of Emodus are the Isari (Isram), Cosyri (Kasya), Izgi (Igia).

काशि राज्य

काशि राज्य की राजधानी काशि थी जो गंगा नदी के किनारे पर थी। वहां पर काश्य-काशीवत (जाट गोत्र) लोगों का राज्य था। वहां का नरेस सुबाहु था। (जाट इतिहास पृ० 24, लेखक ठा० देशराज)। भीमसेन ने काशिराजा की कन्या बलन्धरा से विवाह करके उससे एक पुत्र सर्वग उत्पन्न किया। [6]

काश्यप लोग

ठाकुर देशराज[7] ने लिखा है.... काश्यप - शिवि लोगों के वर्णन में मिस्टर क्रूक साहब के हवाले से यह बात हम बता चुके हैं कि जाटों में एक बड़ा समूह काश्यप लोगों का भी है। सूर्यवंश की प्रसिद्धि इन्हीं काश्यप से बताई जाती है। काशी के काश्य भी काश्यप हैं जो कि जाटों के अंदर काफी काशीवात कहलाते हैं। मगध के लिच्छवि शाक्य और ज्ञातृ भी काश्यप ही थे। इनके अलावा सैकड़ों काश्यिप गोत्री खानदान जाटों में मौजूद हैं। पुराणों में तो कैस्पियन सागर को कश्यप ऋषि का आश्रम बताया है। कुछ लोग श्रीनगर से 3 मील दूर हरी पर्वत पर कश्यप ऋषि का आश्रम मानते हैं।

जाट इतिहास

ठाकुर देशराज[8] ने महाभारत कालीन प्रजातंत्री समूहों का उल्लेख किया है जिनका निशान इस समय जाटों में पाया जाता है....काश्य - यह सूर्यवंशी समुदाय था, जब मगधों द्वारा जीत लिया गया था और उनकी स्वतंत्रता नष्ट कर दी गई थी, इससे काशी को छोड़कर आगे बढ़ आया और अब काशीवत कहलाता है ।

Distribution in Madhya Pradesh

Kasya gotra Jats live in Mandsaur, Nimach districts in Madhya Pradesh.

Villages in Mandsaur district

Malhargarh

Villages in Nimach district

Distribution in Rajasthan

Villages in Chittorgarh district

Kashya Jats live in Chhoti Sadri tahsil in Chittorgarh district in Rajasthan in villages Subi (2),

Villages in Tonk district

Kasyan (कास्यण) Jats live in villages:

Karimpura Jonla (1), Kanwarpura Tonk,

See also

Further reading

Reference


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