Moola Ram Senwar
Moola Ram Senwar (10.11.1971-05.07.1996) became Martyr of militancy on 05.07.1996 in Baramulla district of Jammu and Kashmir. He was from Village Bisaraniya, tahsil Chohtan, district Barmer, Rajasthan. Unit: 15 Rashtriya Rifles.
मूलाराम सेंवर का जीवन परिचय
मूलाराम सेंवर (1971-1996) (Moola Ram Senwar) का जन्म राजस्थान के बाड़मेर जिले की चौहटन तहसील के बिसारणीया गाँव में 10 नवम्बर 1971 को करनाराम जाट और साहेई देवी के घर हुआ.
आपने 10वीं तक शिक्षा प्राप्त की. फरवरी 1992 में भारतीय सेना में 15 राष्ट्रीय राइफल्स में सिग्नलमैन 15377990 के रूप में चयन हुआ.
1994 में आपकी शादी कमला चौधरी के साथ हुई. जम्मू कश्मीर के बारामुला में तैनाती के समय पाक समर्थित उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में नागरिकों की रक्षा में 15 जुलाई 1996 को वह शहीद हो गए. शहीद का अंतिम संस्कार वहीँ पूर्ण सम्मान के साथ किया गया. पति की मौत के 6 माह बाद पत्नी कमला के पुत्र पैदा हुआ तो उसने कसम खाई की पति की मौत का बदला लेने के लिए पुत्र को सेना में ही भेजेगी.
मूर्ति निर्माण व स्मारक निर्माण
बाड़मेर जिले की चौहटन विधानसभा क्षेत्र के बिसारणियां गाँव निवासी व वर्ष 1996 में राष्ट्र की रक्षा करते हुए शहीद हुए मूलाराम जी सेंवर की मूर्ति निर्माण व स्मारक निर्माण के लिए आरक्षित जमीन को लेकर जो प्रकरण हुआ,उसे लेकर पार्टी संयोजक व नागौर सांसद श्री हनुमान बेनीवाल ने कहा शहीद हमारे राष्ट्र का गौरव है और शहीदों का सम्मान हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, श्री बेनीवाल जी ने मामले को लेकर पार्टी पदाधिकारियों को मौके पर पूर्व में भेज दिया था वहीं प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए मामले का सकारात्मक हल निकालने के निर्देश दिए !
सन्दर्भ
- जोगाराम सारण: बाड़मेर के जाट गौरव, खेमा बाबा प्रकाशन, गरल (बाड़मेर), 2009 , पृ. 114-115
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