Sandeep Kaliraman
Sandeep Kaliraman (12.02.1986 - 19.02.2019), from village Atali, Ballabhgarh Tehsil, Faridabad district, Haryana, became martyr of militancy on 19.2.2019. He had participated in an Army operation in Pulwama. He had sustained wounds during an anti-terror operation on 12 February 2019 in Pulwama, and succumbed to his injuries at the ICU of the Army hospital in Srinagar. He is survived by his wife and three kids. He was awarded Sena Medal (posthumous).
नायक संदीप कालीरमन
नायक संदीप कालीरमन
13627378N
12-02-1986 - 19-02-2019
सेना मेडल (मरणोपरांत)
वीरांगना - श्रीमती गीता देवी
यूनिट - 10 पैराशूट रेजिमेंट (SF)
ऑपरेशन रक्षक
नायक संदीप कालीरमन का जन्म 12 फरवरी 1986 को हरियाणा के बल्लभगढ़ जिले के अटाली गांव में श्री नेनपाल कालीरमन एवं श्रीमती केसर देवी के परिवार में हुआ था। वर्ष 2005 में वह भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 10 पैरा बटालियन में पैराट्रूपर के पद पर नियुक्त किया गया था। अपनी बटालियन में विभिन्न परिचालन परिस्थितियों और स्थानों पर सेवाएं देते हुए वह नायक के पद पर पदोन्नत हो गए थे।
वर्ष 2019 में नायक संदीप अपनी बटालियन के साथ "ऑपरेशन रक्षक" में जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद विरोधी अभियानों में तैनात थे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अपने पूर्व के कार्यकालों में भी आतंकवादियों के विरुद्ध अनेक अभियानों में भाग लिया था और पर्याप्त अनुभव प्राप्त किया था।
12 फरवरी 2019 को, गोपनीय सूत्रों से प्राप्त आसूचना के आधार पर, पुलवामा जिले के रत्नीपुरा गांव में आतंकवादियों के एक समूह के विरुद्ध एक ऑपरेशन की योजना निर्मित की गई। नायक संदीप उस दल के सदस्य थे जिसे इस ऑपरेशन को निष्पादित करने का कार्य सौंपा गया था। नायक संदीप और उनके साथी संदिग्ध क्षेत्र में पहुंचे और खोज एवं घेराबंदी अभियान चलाया। घिरने और चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने सैनिकों पर गोलियां चलानी आरंभ कर दी।
आगामी मुठभेड़ में 2 आतंकवादियों को मार दिया गया, जिसमें नायक संदीप ने सराहनीय साहस और उत्कृष्ट भूमि कौशल का प्रदर्शन करते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन की। किंतु इस गोलीवर्षा में नायक संदीप को घातक रूप से 3 गोलियां लगीं और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए श्रीनगर के 92 बेस हॉस्पिटल में स्थानांतरित कर दिया गया। अंततः 19 फरवरी 2019 को वह वीरगति को प्राप्त हो गए।
नायक संदीप कालीरमन को उनके असाधारण साहस, वीरता एवं सर्वोच्च बलिदान के लिए मरणोपरांत "सेना मेडल" दिया गया।
नायक संदीप कालीरमन के लावण्या, रक्षित और रशित तीन संतान है।
Source - Ramesh Sharma
Joined Army
Sandeep joined the Army in 2005, and was currently posted in 10 PARA, Special Forces. He has been to Jammu and Kashmir thrice in the last 13 years. He was injured during an Army encounter in Pulwama, just two days before terrorists attacked a CRPF convoy there on 14 February 2019. It was also his 33rd birthday. He had suffered four bullet wounds, one each on his neck and and an arm, and two in the legs. He was on ventilator for a week when he died.
शहादत को नमन
हरियाणा का एक और जवान देश पर कुर्बान हो गया। आतंकियों के साथ मुठभेड़ में घायल हुए अटाली गांव के पैरा कमांडो नायक हवलदार संदीप कालीरमन जिंदगी की जंग हार गए। संदीप सिंह वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे। मंगलवार दिनांक 19.2.2019 को उन्होंने जम्मू के अस्पताल में अंतिम सांस ली। शहादत की जानकारी मिलते ही संदीप के घर और गांव में मातम पसर गया है। उनकी शहादत को नमन। अपूर्णीय क्षति की इस घड़ी में हम शहीद के परिवार के साथ हैं।[1]
External links
- Times of India, Article by Chetna Choudhary, 20.2.2019
- वीर जवान अटाली गांव निवासी संदीप कालीरमन का पार्थिव शरीर पहुंचा बल्लभगढ़
- https://www.youtube.com/watch?v=-sGrb1GQjgc
Gallery
-
-
-
10 पैरा सेंटर, जोधपुर में स्थापित नायक संदीप कालीरमन की प्रतिमा
-
गांव में नायक संदीप कालीरमन का स्मारक
-
स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करते परिजन
-
स्मारक पर परिजन व ग्रामवासी
-
-
-
References
Back to The Martyrs