Shramanagiri
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Shramanagiri (श्रमणगिरि) is ancient name of mountain called Rishigiri at Rajgir, Bihar. 2. Shramanagiri (श्रमणगिरि) is also name of Jain pilgrim Sonagiri (सोनागिरी) in Datia district of Madhya Pradesh.
Origin
Variants
- Shramanagiri श्रमणगिरि (AS, p.914)
- Sonagiri (सोनागिरी)
History
Sonagiri
Sonagiri (सोनागिरी) about 60 km from Gwalior, has scores of Jain temples dating from the 9th century onwards. It is located in the Datia district of Madhya Pradesh, India. This location is popular among devotees and ascetic saints to practice self-discipline, austerity and to attain Moksha (salvation or liberation). This place also has a Jain museum.[1]
श्रमणगिरि
विजयेन्द्र कुमार माथुर [2] ने लेख किया है ...1. श्रमणगिरि (AS, p.914): बिहार में राजगृह के निकट स्थित पांच पर्वतों में परिगणित ऋषिगिरि का एक नाम। यहाँ बौद्ध काल में श्रमणों का निवास होने के कारण इस पहाड़ी को 'श्रमणगिरि' कहते थे। स्वर्णगिरि इसी का उच्चारण भेद है।
2. श्रमणगिरि (AS, p.914): मध्य प्रदेश की सोनागिरि का प्राचीन नाम। यह ग्वालियर-झांसी रेलमार्ग पर सोनागिरि स्टेशन के निकट छोटी पहाड़ी है। इस पहाड़ी पर प्राचीन काल में अनेक जैन मुनियों या श्रमणों का निवास स्थान था। श्रमणगिरि पहाड़ी के शिखर पर 77 तथा इसके नीचे 17 जैन मंदिर आज भी अवस्थित हैं। ये मध्यकालीन बुंदेलखंड की वास्तुकला के उदाहरण हैं। मध्य प्रदेश की इस पहाड़ी को 'सिद्ध-क्षेत्र' कहा जाता है।
External links
References
- ↑ Hudson, Kenneth; Nicholls, Ann (1975), Directory of Museums, Springer, ISBN 9781349014880,p.267
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.914