Sonri
Sonri (सोनरी) is a village in Nohar tehsil of Hanumangarh district in Rajasthan.
Founders
Location
It is about 10 kms west of Nohar town on Nohar-Rawatsar road.
History
It was one of the districts during rule of Beniwals here prior to Annexation of it by Rathores.
बेनीवाल पट्टी
चूरू जनपद के जाट इतिहास पर दौलतराम सारण डालमाण[3] ने अनुसन्धान किया है और लिखा है कि पाउलेट तथा अन्य लेखकों ने इस हाकडा नदी के बेल्ट में निम्नानुसार जाटों के जनपदीय शासन का उल्लेख किया है जो बीकानेर रियासत की स्थापना के समय था।
क्र.सं. | जनपद | क्षेत्रफल | राजधानी | मुखिया | प्रमुख ठिकाने |
---|---|---|---|---|---|
5. | बेनीवाल पट्टी | 360 गाँव | रायसलाना (रस्लान) | रायसलजी बेनीवाल | भूखरका , सुन्दरी, सोनड़ी, मनहरपुरा, कूई, बाय |
राव बीका और राव जोधा ने जाटों को समूल नष्ट करने की चाल चली। उन्होंने राजपूतों को मन्त्र दिया कि हम जाटों से लड़कर नहीं जीत सकते इसलिए धर्मभाई का रिवाज अपनाकर जब विश्वास कायम हो जाये तब सामूहिक भोज के नाम पर बाड़े में इकठ्ठा करो। नीचे बारूद बिछाकर नष्ट करो। इस कुकृत्य से असंख्य जाटों को नष्ट किया गया। [4] बीकानेर रियासत के मुख्य गाँव जहाँ जाटों को जलाया गया -
- जसरासर (चूरू) गाँव के कस्वां जाटों को,
- राजासर बीकान (लक्ष्मीनारायण) के भरता सारण को,
- हरदेसर के सारणों को,
- मालासर (गोगासर के पास) के सारणों को,
- बुकनसर बड़ा डूडीयों को अक्षय तृतीय के दिन,
- सवाई,
- अड़सीसर,
- हरियासर,
- मनहरपुरा,
- सोनड़ी आदि गाँवों में बारूद से आगजनी की घटनाएँ की। बहुत से गाँवों के पास पुराने थेड़ (खंडहर) पड़े हैं।[5]
Jat Gotras
Notable persons
External links
See also
References
- ↑ Annals of Bikaner (Page 139)
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Chapter VI (Page 548)
- ↑ 'धरती पुत्र : जाट बौधिक एवं प्रतिभा सम्मान समारोह, साहवा, स्मारिका दिनांक 30 दिसंबर 2012', पेज 8-10
- ↑ Dharati Putra: Jat Baudhik evam Pratibha Samman Samaroh Sahwa, Smarika 30 December 2012, by Jat Kirti Sansthan Churu, p.39
- ↑ Churu Janpad Ka Jat Itihas by Daulat Ram Saran Dalman
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