Tejallavihara
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Tejallavihara (तेजल्लविहार) was a Jaina temple built by Tejallavihara at Girnar, Gujarat.
Origin
Variants
- Tejallavihara (तेजल्लविहार) (AS, p.410)
History
तेजल्लविहार
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...तेजल्लविहार (AS, p.410): गिरनार पर्वत के नीचे तेजपाल द्वारा निर्मित मंदिर जिसका जैन तीर्थ के रूप में उल्लेख तीर्थमाला चैत्यवंदन में है-- 'श्री तेजल्लविहार निंवतटके चन्द्रे च दर्ब्भावते.'
गिरनार
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...[p.285]: गिरनार का प्राचीन नाम 'गिरिनगर' था। महाभारत में उल्लिखित रेवतक पर्वत की क्रोड़ में बसा हुआ प्राचीन तीर्थ स्थल। पहाड़ी की ऊंची चोटी पर कई जैन मंदिर है। यहां की चढ़ाई बड़ी कठिन है। गिरिशिखर तक पहुंचने के लिए सात हज़ार सीढ़ियाँ हैं। इन मंदिरों में सर्वप्रचीन, गुजरात नेरश कुमारपाल के समय का बना हुआ है। दूसरा वास्तुपाल और तेजपाल नामक भाइयों ने बनवाया था। इसे तीर्थंकर मल्लिनाथ का मंदिर कहते हैं। यह विक्रम संवत् 1288 (1237 ई.) में [p.286]:बना था। तीसरा मंदिर नेमिनाथ का है, जो 1277 ई. के लगभग तैयार हुआ था। यह सबसे अधिक विशाल और भव्य है।