Nand Lal Jhajharia

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Nand Lal Jhajharia
लेखक:लक्ष्मण बुरड़क, IFS, D-4/14 चार इमली. भोपाल

Brigadier Nand Lal Jhajharia is from village Dandoo in Churu tahsil and district in Rajasthan. He was the first Brigadier from Churu district.

नन्द लाल झाझड़िया का जीवन परिचय

नन्द लाल झाझड़िया का जन्म चूरू जिले के गाँव दान्दू, ग्राम पंचायत घांघू, में हुआ । घांघू ग्राम वही है जहाँ हर्ष-जीण पैदा हुए थे। आपका जन्म 10 मार्च 1944 को पिता चौधरी बालाराम के घर श्रीमती भानीदेवी की कोख से हुआ।

आप के पिताश्री चौधरी बालाराम प्रथम विश्व-युद्ध में भारत की ओर से इटली में सूबेदार बनकर लड़ने गए। वहां चार वर्ष तक भाग लिया तथा इटली पदक से सम्मानित हुए। बाद में छह माह तक लन्दन में ब्रिटिश सरकार की तरफ से मेहमान रहे। 1926 में पूरे राजस्थान में सबसे पहले भारतीय अफसर बनाने का गौरव प्राप्त किया। अफ़ग़ानिस्तान, हांगकांग युद्ध में भाग लिया तथा 1936 में सेवा निवृत हुए।

शिक्षा

आपने कक्षा पांचवीं तक गाँव में शिक्षा ग्रहण की। आठवी कक्षा अस. जे. स्कूल गांगियासर से तथा 10 वीं बागला हाई स्कूल चूरू से, बी. एस. सी. लोहिया कालेज चूरू से करने के बाद राजस्थान यूनिवर्सिटी जयपुर से एल. एल. बी. की।

भारतीय सेना में सेवा

आपने भारतीय सेना में सेवा की। सेना में सेवा के दौरान सियाचिन, सिलो, चोल व नाथूवाला जैसे दुर्गम स्थानों में सेवारत रहे। चूरू जिले में प्रथम ब्रिगेडियर बनाने का मौका मिला। अन्ना हजारे इनकी कमांड में एक सिपाही था।

समाज सेवा

सेवा निवृति के पश्चात् आप बीकानेर बस गए। वहां आपने छूवा-छूत मिटाने हेतु मंदिर में सफाई करने वालों और अन्य अछूत लोगों से प्रसाद वितरण कराते हैं। पूरी के शंकराचार्य ने भी इससे प्रभावित होकर पूरी के मंदिर में छूवा-छूत ख़त्म की। सैनिकों की मासिक पेंशन 2300 से बढाकर 5500 रुपये करवाया। कैंटीन के सामान को वेट से मुक्त करवाया। शहीदों के वारिश की नौकरी को 2003 में रिजर्वेशन करवाया। कारगिल युद्ध के बाद राजस्थान सरकार द्वारा बनाई कमिटी में रहकर पूरे राजस्थान में घूम-घूम कर उनकी समस्याओं का समाधान करवाया। आपने प्रयास कर बीकानेर में पूर्व सैनिकों एवं विधवाओं को 3 करोड़ के रूप में एरियर बैंकों से दिलवाया।

आपने जाट समाज की कमियों को राष्ट्रीय स्तर पर उजागार कर जैन, बौद्ध, मुसलमान, सिख आदि सभी धर्मों के जाट व हिन्दु समाज के विभिन्न जातियों के विश्नोई, सिद्ध, नाथ, मेघवाल आदि के जाट जीन के समाज को एक मंच पर लाकर सामाजिक एकता व भाईचारे का प्रयास किया।

सन्दर्भ

संपर्क

E-mail: info@balajiresort.com

Website - www.balajiresort.com


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