Poonam Kumar Chaudhary

From Jatland Wiki
Poonam Kumar Chaudhary (Rar)

पूनम कुमार चौधरी (1966 - ) (Poonam Kumar Chaudhary) का जन्म राजस्थान के बाड़मेर जिले की बायतू तहसील के कानोड़ गाँव में श्री सुखराम राड़ के घर 6 अगस्त 1966 को हुआ.

सीमा सुरक्षा बल में भर्ती

आप 14 अगस्त 1985 को सीमा सुरक्षा बल में भर्ती हुए. 1990 में पहली बार पंजाब सीमान्त की और से शूटिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर रजत पदक प्राप्त किया. यहीं से इनके पदक बटोरने का सिलसिला प्रारंभ हुआ जो अनवरत जारी है. आपके सितारे बुलंदियों के आसमान को छू गए जब बिस्लेय (इंग्लैण्ड) में आयोजित चतुर्थ कामन वेल्थ गेम्स प्रतियोगिता में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता.

सम्मान

  • पुरस्कार स्वरुप अप्रेल 2002 में भारत सरकार द्वारा उसके प्रतिनिधि खेल मंत्री उमा भारती ने सम्मान समारोह में दो लाख ग्यारह हजार रुपये नकद प्रदान किये. 2003 -04 में मध्य प्रदेश सरकार के खेल व युवा कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह में मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान व राज्य पाल डॉ. बलराम जाखड द्वारा राज्य के सर्वोच्च खेल पुरस्कार विक्रम खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
  • गौहाटी में आयोजित 33 वें राष्ट्रीय खेलों में 3 पदक जितने पर मध्य प्रदेश सरकार ने दो लाख रुपये नकद पुरस्कार प्रदान किया. *सन 2007 में राजस्थान सरकार ने कामन वेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जितने के उपलक्ष में इंदिरा गाँधी नहर कमांड क्षेत्र में रायमला (जैसलमेर) में 25 बीघा जमीन देकर इस अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी की काबिलियत का सही मूल्यांकन किया. इसी बीच आपका निरीक्षक पद पर प्रमोसन हो गया.
  • अन्तर्राष्ट्रीय निशानेबाज चौधरी ने 2007 में आयोजित प्रथम आल इण्डिया पुलिस खेल प्रतियोगिता में 2 स्वर्ण पदक जीते.
  • इस महान खिलाड़ी ने अपने जीवन में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 11 स्वर्ण, 30 रजत व 24 कांस्य पदक जीते.

पूरा परिवार शूटिंग को समर्पित

आपकी धर्म पत्नी लक्ष्मी देवी ने भी निशाने बाजी प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त किया. आपका पूरा परिवार ही शूटिंग को समर्पित है. बहिन संतोष, पुत्र रंजित, उदय व पुत्री कविता ने भी राज्य व नेशनल ओपन स्तर पर कई पदक अपनी झोली में डाले.

पूनम कुमार चौधरी जल्दी ही बाड़मेर में शूटिंग ट्रेनिंग क्लब खोलकर निशानेबाजी का गुर सिखाने का विचार कर रहे हैं.

सन्दर्भ

  • जोगाराम सारण: बाड़मेर के जाट गौरव, खेमा बाबा प्रकाशन, गरल (बाड़मेर), 2009 , पृ. 237 -238

Back to The Players