Rajvir Singh Sheoran
Rajvir Singh Sheoran (Havildar) - From Mori, Dadri, Bhiwani, Haryana, Martyrs of Kargil war on 17 May 1999, Unit-04 Jat Regiment.
हवलदार राजवीर सिंह श्योराण का जीवन परिचय
हवलदार राजवीर सिंह श्योराण
वीरांगना - श्रीमती कमलेश देवी
यूनिट - 4 जाट रेजिमेंट
ऑपरेशन विजय कारगिल युद्ध 1999
हवलदार राजवीर सिंह श्योराण हरियाणा के भिवानी जिले के मौड़ी गांव के रहने वाले थे।
जब 15 मई, 1999 को बजरंग पोस्ट की ओर गश्त पर निकले कैप्टन सौरभ कालिया के गश्तीदल दल का बेस कैंप से संपर्क टूट गया तो 17 मई, 1999 को कैप्टन अमित भारद्वाज के नेतृत्व में एक SEARCH TEAM भेजी गई। हवलदार राजवीर सिंह इस टीम में शामिल थे।
बजरंग पोस्ट के पास पहुंचते ही वहां काबिज घुसपैठियों ने इस टीम पर घात लगा कर हमला कर दिया, घुसपैठियों की संख्या बहुत ज्यादा थी। कैप्टन अमित भारद्वाज ने त्वरित निर्णय लेते हुए अपने जवानों को वापस लौटने का आदेश दिया और REINFORCEMENT के लिए बेस कैंप को सूचित किया। परंतु, हवलदार राजवीर सिंह ने वापस जाने से मना कर दिया और कहा "साहब! इस गोलीबारी में हम बच जाएं तो आप आदेश नहीं मानने के लिए मेरा कोर्ट मार्शल कर देना..." कैप्टन अमित भारद्वाज और हवलदार राजवीर सिंह अपनी टीम की सुरक्षित वापसी के लिए कवर फायर देते रहे। वह अंतिम गोली, अंतिम सांस तक लड़े।
56 दिन बाद शहीद का शव मिला
उन का शव 56 दिन तक पहाड़ों में पड़ा रहा। 13 जुलाई, 1999 को सेना को उनका शव मिला।